ऐ मेरी ज़िंदगी तुझे ढूँढूं कहाँ
ऐ मेरी ज़िंदगी तुझे ढूँढूं कहाँ ना तो मिल के गये ना ही छोड़ा निशाँ ऐ मेरी ज़िंदगी तुझे ढूँढूं कहाँ ना वो लय आज रही ना वो महमिल रहा पास मंज़...
ज़िंदगी मैं भी मुसाफ़िर हूँ...
ज़िंदगी मैं भी मुसाफ़िर हूँ तेरी कश्ती का तू जहाँ मुझसे कहेगी, मैं उतर जाऊँगा - मुईन नज़र ना सुनो, गर बुरा कहे कोई ना कहो, गर बुरा करे क...
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